अनुभव रबरसों पहले कॉलेज की वार्षिक पत्रिका संपादित किया करती थी। ......अब एक अरसे बाद फिर, 'पोएट्स कोर्नर' नामक संस्था द्वारा और रोचक पब्लिशिंग, इलाहाबाद द्वारा प्रकाशित, एक कविता संग्रह, "बिखरी ओस की बूंदें", को शीला डोंगरे जी के साथ संपादित किया। अच्छा हा।
बधाई...बधाई..
ReplyDeleteअनु